भारत के मतदाता हमारी सोच से भी ज्यादा समझदार हैं. जब भी आपको ये लगने लगता है कि आपने उनका दिमाग पढ़ लिया है और अपनी मर्जी से उनका इस्तेमाल कर सकते हैं, एक गुगली (क्रिकेट की ये उपमा ये साबित करने के लिए है कि आप भारतीय मतदाता को हल्के में नहीं ले सकते) आपका विकेट उड़ा ले जाती है.